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मुख्यमंत्री धामी ने रेड और ऑरेंज अलर्ट के बीच अधिकारियों को सतर्क रहने के दिए निर्देश

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य और जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। यह बैठक मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के अधिकांश जनपदों के लिए अगले तीन दिनों के लिए जारी रेड और ऑरेंज अलर्ट के मद्देनज़र बुलाई गई थी। हमारे संवाददाता के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को २४×७ अलर्ट मोड पर रहने, अतिरिक्त सावधानी बरतने और आम नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्यधिक वर्षा के कारण राज्य लगातार चुनौतियों का सामना कर रहा है और आने वाले दिन और भी कठिन हो सकते हैं। उन्होंने विशेष रूप से भूस्खलन संभावित मार्गों और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव रोकने के लिए आवश्यक एहतियाती कदम उठाने पर बल दिया।

राहत और पुनर्वास की व्यवस्था

हमारे संवाददाता जोड़ते हैं कि मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊँ दोनों मंडलायुक्तों को शीघ्र पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने और मैदानी क्षेत्रों में पुनर्वास के विकल्प तलाशने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मदद केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि पीड़ितों की भावनाओं और संवेदनाओं से भी जुड़ाव रहेगा।

उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में रहकर राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए।

सड़क और ढाँचे से जुड़े निर्देश

  • तमक बैली ब्रिज: मुख्यमंत्री ने ज्योतिर्मठ–मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर तमक नाले में बह गए पुल की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को यहाँ बैली ब्रिज शीघ्र बनाने के निर्देश दिए और कहा कि यह मार्ग राज्य ही नहीं बल्कि देश के लिए सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

  • गंगोत्री हाईवे: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने से पहले गंगोत्री हाईवे को पूरी तरह सुरक्षित और सुचारू बनाया जाए। उन्होंने दोहराया कि बरसात समाप्त होते ही सड़कों की मरम्मत और नई सड़क निर्माण का कार्य हर हाल में प्रारंभ हो और सभी टेंडर तथा औपचारिकताएँ समय रहते पूरी की जाएँ।

  • उत्तरकाशी में नदी चैनलाइजेशन: मुख्यमंत्री ने हर्षिल और स्यानाचट्टी में बनी झीलों और वहाँ जमा मलबे की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जलस्तर पर २४×७ निगरानी, सुरक्षित स्थानों पर मलबा निस्तारण और हर समय राहत दल की तैनाती के निर्देश दिए।

नदियों की रात में भी निगरानी

मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले दिनों में नदियों के जलस्तर पर दिन-रात गहन निगरानी रखी जाए। खतरे की कोई भी आशंका होने पर लोगों को तुरंत सतर्क किया जाए और सुरक्षात्मक कदम उठाए जाएँ।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

बैठक में मुख्य सचिव आर.के. सुधांशु, प्रमुख सचिव शैलेश बगौली, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, मंडलायुक्त विनय शंकर पांडे और दीपक रावत सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

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हिंदी संवाददाता
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हिंदी संवाददाता उत्तराखंड और देशभर से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, ज़मीनी मुद्दे और जनहित से संबंधित विषयों पर गहनता और सटीकता के साथ रिपोर्टिंग करते हैं। उनकी विशेष पहचान है कि वे समाचार को सरल, स्पष्ट और पाठकों तक सबसे पहले पहुँचाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
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